देहरादून. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एनडीआरएफ के जवानों को तृतीय पर्वतारोहण अभियान जाने पर शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि निश्चित ही हमारे जवान इस अभियान में सफल होंगे और इस ट्रैक पर आने वाले अन्य पर्वतारोहियों को भी मार्गदर्शन देंगे.मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के लिए राज्य सरकार कार्य कर रही है. उन्होंने कहा विभिन्न क्षेत्रों में साहसिक गतिविधियों और खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है.
राज्य सरकार, राज्य में साइकिलिंग, राफ्टिंग, ट्रैकिंग, पैराग्लाइडिंग जैसी अनेक साहसिक गतिविधियों को प्रोत्साहित कर रही है. राज्य में प्रतिवर्ष टिहरी वाटर स्पोर्ट्स, नयार महोत्सव जैसी अनेकों प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं.मुख्यमंत्री ने कहा कि एसडीआरएफ और पुणे की इंडियन रेस्क्यू एकेडमी के बीच समझौता किया गया है. केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य सरकार ने उत्तराखण्ड डिजास्टर प्रिपेयर्डनेस एंड रेजिलिएंट प्रोजेक्ट योजना को मंजूरी दी है, जिसके अंतर्गत लगभग 1480 करोड़ रुपए की राशि आपदा प्रबंधन तंत्र को मजबूत करने के लिए स्वीकृत की गई है.
डी.जी एनडीआरएफ पीयूष आनंद ने बताया कि ट्रैकिंग का यह अभियान उच्च हिमालय क्षेत्रों में रेस्क्यू करने के लिए भी सहायक सिद्ध होगा. इससे हमारे जवान उच्च हिमालय क्षेत्रों में रेस्क्यू अभियान करने के लिए सक्षम बनेंगे. उन्होंने कहा जब भी राज्य को एनडीआरएफ की आवश्यकता पड़ती है, हम हमेशा तैयार रहते हैं. उन्होंने कहा टाइम ऑफ रेस्पॉन्ड को भी कम किया जा रहा है. इस अभियान में 44 सदस्यों का दल देहरादून, उत्तरकाशी, गंगोत्री, चिरबासा, भोजवासा, तपोवन तथा कीर्ति ग्लेशियर होते हुए लगभग 6,832 मीटर ऊंची ‘केदार डोमश’ चोटी को फतह करने के लिए जा रहे हैं.